पीठदर्द का अनुभव लाइफ में सभी को कभी न कभी हो ही जाता है। पीठदर्द में बहोत सारी बातें इन्वॉल्व है जैसे ये दर्द
स्नायु muscles
अस्थि bones
संधी joints
कुर्चा ligaments
नर्व्स
इसमें से किसी एक की या ज्यादा भी इन्वॉल्वमेंट होती हैं और बैक पैन शुरू होता हैं।
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पीठदर्द के प्रकार
प्राइमरी बैकपेन
इसतरह के पीठदर्द में डायरेक्टली मसल्स या फिर अस्थि ,संधि या लिगामेंट्स ,नर्व इनकी इन्वॉल्वमेंट रहती हैं ये आघात ,या उठने बैठने के गलत तरीके से शुरू होता है।
सेकेंडरी बैक पैन
ये किडनी ,गर्भाशय जैसे इंटरनल ऑर्गन में कुछ प्रॉब्लम हो तो जैसे किडनी स्टोन ,लेडीज में प्रदर या गर्भाशय संबधित दूसरे इन्फेक्शन ,कॉन्स्टिपेशन आदि में बैक पैन दीखता है ये सेम नर्व सप्लाई से होता है। इंटरनल ऑर्गन के प्रेशर से भी पीठदर्द होता हैं ,ये सेंकडरी पैन हैं।
पीठदर्द या कमर दर्द कौनसे बीमारियों में हो सकता है ?
स्पाइन के प्रॉब्लम के अलावा
- संधिवात
- आमवात
- साइटिका
- स्टोन
- पाईल्स
- फिस्टुला (भगन्दर )
- वातरक्त
- हर्निया
इन बीमारियों में लो बैक पेन होता हैं तो ट्रीटमेंट करते समय इन सभी का विचार रखना होता है।
आयुर्वेद अनुसार पीठदर्द के कारण
- आहार -मसालेदार ,रुक्ष जिसमे तैल या घी की कमी है ,ठंडा खाना ,ज्यादा तीखा या कड़वा खाना इनसे वात दोष बढ़ता है।
- जरूरत से कम भोजन करना
- अतिव्यायाम /व्यायाम का अभाव
- ज्यादा वाकिंग करना
- वेट लिफ्टिंग
- उठने बैठने के गलत तरीके
- नैसर्गिक वेगों को रोकना।
- मानसिक तकलीफ /स्ट्रेस
- काम का लोड /वर्कलोड
ये सभी पीठदर्द के हेतु (कारक ) हो सकते हैं।
मसल्स या लिगामेंट स्ट्रेन से पीठदर्द
ये ऊपर दिए हुए करक जैसे ज्यादा चलना ,वेट लिफ्टिंग ,बैठने उठने के गलत तरीके से मसल्स में जकड़न होती है और ये पैन शुरू होता है।
स्पाइन से संबधित पीठदर्द
स्पाइन में जो vertebrae हैं इनमे कुशन होता है जिसे डिस्क कहते है एक दूसरे से ये इनसे जुड़े होते है इनके अंदर से नर्व जाते है किसी वजह से जब डिस्क में सूजन आती है या ये रप्चर होते है तो नर्व दबते हैं और संबधित दर्द शुरू हो जाता है जैसे इनका स्थान हो जैसे पीठदर्द,कमरदर्द ,नेकपेन आदि
अस्थीसुषिरता से पीठदर्द
ऑस्टियोपोरोसिस /अस्थिसुषिरता से बोन नाजुक हो जाते है और इनमे फ्रैक्चर होने लगता है इसमें सामान्यतः पसलिया (ribs ),कलाइयां (wrist ) और स्पाइन से रिलेटेड फ्रैक्चर होते है जिसमे पीठ का दर्द होता है। ये दर्द काफी तेज और चुभने वाला होता है।